झारखंड की खबरेशिक्षा
झारखंड के गरीब बच्चे भी अब विदेश में पढ़ेंगे हेमंत सोरेन सीएम
झारखंड के गरीब बच्चे भी अब विदेश में पढ़ेंगे हेमंत सोरेन सीएम

- झारखंड के गरीब बच्चे भी अब विदेश में पढ़ेंगे:- हेमंत सोरेन (सीएम)
साहिबगंज के पतना में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़े अलग अंदाज में कहा कि जब देश में बड़े-बड़े नेताओं के बच्चे विदेश में पढ़ सकते हैं, तो झारखंड में रहने वाले बच्चे चाहे वह आदिवासी पिछड़ा या दलित वर्ग के ही क्यों ना हो उन्होंने कहा हमारे झारखंड की सरकार इस योजना को बड़ी गंभीरता से सोच रही है कि अब हमारे यहां के गरीब बच्चे भी विदेश में पढ़ने के काबिल हो सके।
मंगलवार मुख्यमंत्री दो दिवसीय दौरे के दौरान दूसरे दिन प्रखंड पटना के कुंवरपुर मैदान में विकास मेला सह जनता दरबार को दीप प्रज्वलित कर विकास मेला का उद्घाटन किया। हेमंत सोरेन ने कहा वर्तमान में झारखंड राज्य से सरकार की खर्चे पर पचास हजार विद्यार्थी अच्छी शिक्षा हेतु विदेश में पढ़ने को गए। जिनमें चार विद्यार्थी अभी भी अल्पसंख्यक है यदि आप अपने भी बच्चों को विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो उसका पूरा खर्च सरकार ही करेगी मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा चलाई गई, इस योजना के बारे में ग्रामीणों से साफ शब्दों में साझा किया।
हालांकि मुख्यमंत्री अपने अधिकांश भाषा संथाली में शुरू करते हुए आदिवासी समाज को यह आश्वासन दिया कि आदिवासी समाज के औरतें हडिया और दारू बेचती है जिसे राहत के लिए उन्हें फूलों झानो योजना के तहत मिलने वाले लाभ को प्राप्त करने की अपील की।
हालांकि इस योजना में अब तक 35000 महिलाएं जुड़ चुकी है झारखंड के शिक्षा नीति को पूरी तरह से निरोग स्वस्थ एवं सुचारु रूप से चलने का सीएम हेमंत सोरेन ने आश्वासन दिया। वहीं थोड़ी खराब मौसम की वजह से भाषण के बीच में ही रोकना पड़ा।
उसके के बाद भाषण का मोर्चा किसी और ने संभाला और यह जानकारी साझा किया कि मुख्यमंत्री ने अब तक 4 करोड़ 28 लाख 86 हजार 952 रुपए की संपत्ति वितरण कर दी है।
झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार विद्यार्थियों के लिए जो यक प्रयास करें इसमें क्या और कुछ बेहतर हो सकती है तो अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं