बहुचर्चित रूपेश हत्याकांड के परिजनों से मिलने पहुंचें भाजपा नेता कपिल मिश्रा को एयरपोर्ट पर किया गया गिरफ्तार !
बहुचर्चित रूपेश हत्याकांड से झारखंड में उत्तेजना व आवेश का माहौल है. सियासत भी गरम है. मालूम हो कि 6 फरवरी को सरस्वती विसर्जन के दौरान बरही, हजारीबाग में रूपेश पांडेय की नृशंस हत्या कर दी गई है. झारखंड भाजपा इस केस की सीबीआई जांच की मांग तक कर चुकी है. अब दिल्ली के पूर्व विधायक और नेता कपिल मिश्रा ने भी बरही जाने की घोषणा की थी ऐसे में इस घटनाकांड को लेकर राज्य में और सियासी तापमान और हाई होने ही पूरी संभावना है. कपिल ने ट्वीट कर बताया भी था कि वे 16 फरवरी को रुपेश के परिजनों से मिलेंगे उसके परिवार को अकेला और कमजोर नहीं पड़ने देंगे. हर हाल में न्याय सुनिश्चित होगा.
इसी दौरान जब आज कपिल मिश्रा रांची एयरपोर्ट पहुँचे तो उन्हें लाउंज में ही पुलिस की निगरानी में रखा गया है ,बाहर समर्थकों की भीड़ लगी हुई गई…उनकी गिरफ्तारी की भी बात सामने आ रही है उन्होंने ट्वीट कर लिखा है
मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी
एक शोक संतप्त परिवार के दरवाजे पर जाने से क्यों रोका जा रहा हैं ?
रूपेश पांडेय अगर तबरेज अंसारी होते तब भी किसी को नहीं जाने देते क्या?
हजारीबाग जाना तो दूर, एयरपोर्ट से निकलने से भी रोकना? ये कैसा भय
मुझे नहीं हत्यारों, अपराधियों को रोकिए
https://twitter.com/KapilMishra_IND/status/1493784685797056513?t=oeDMssTQZoV_kAQ6aXaTQw&s=19
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा (झारखंड) की ओर से 13 फरवरी को रांची सहित अलग-अलग जिलों में रूपेश पांडेय हत्याकांड की जांच कराने को लेकर सड़कों पर विरोध जताया गया था. रांची विधायक और पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने इस मौके पर कहा था कि जब से राज्य में हेमंत सरकार बनी है, मॉब लिंचिंग की घटनाएं हो रही हैं. सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. ऐसे में अपराधियों पर अंकुश लगाने में भी वह गंभीर नहीं. एक मां की गोद को जेहादी मानसिकता वालों ने सुनी कर दी है. हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ कर कड़ी सजा दी जाये. इससे पूर्व रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी सहित अन्य भाजपा नेता भी सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगा चुके हैं.
हजारीबाग में रूपेश पांडेय हत्याकांड के घटना की आंच सात से अधिक जिलों में फैल चुकी है. लातेहार, पलामू, रामगढ़, गिरिडीह, कोडरमा, देवघर, धनबाद सहित अन्य जिलों में भाजपा और विभिन्न संगठनों के लोग सड़कों पर उतर कर विरोध जता रहे हैं. रूपेश की मां उर्मिला देवी बेटे के लिये न्याय की खातिर वो सात दिनों से अनशन पर बैठी हुई हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि करीब दो दर्जन लोगों ने उनके बेटे की हत्या की है. पर पुलिस सबों को गिरफ्तार नहीं कर रही. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो. मॉब लिंचिग के तहत केस हो. दोषियों को फांसी मिले. हजारीबाग पुलिस के मुताबिक हत्याकांड को पांच लोगों ने अंजाम दिया है. सबों को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह मॉब लिंचिंग की घटना नहीं है. चार केस दर्ज हो चुके हैं. एक एसआइटी इस केस की जांच कर रही है. मामले का स्पीडी ट्रायल होगा.