सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर 301 भाजपा सांसदों में निशिकांत दुबे को बोलने का मिला मौका क्या बन गए हैं मोदी-साह के खास ?
सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर 301 भाजपा सांसदों में निशिकांत दुबे को बोलने का मिला मौका क्या बन गए हैं मोदी-साह के खास ?

लोकसभा के मानसून सत्र में आज I.N.D.I.A ने केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया। मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई I.N.D.I.A की ओर से असम के कलिया बोर से सांसद गौरव गोगई ने अविश्वास प्रस्ताव लाया। इंडिया की ओर से बोलते हुए गौरव गोगई ने कहा कि केंद्र की सरकार मणिपुर हिंसा पर मौन है।अब तक कुछ बोल नही रही।सरकार की संवेदनाए मर चुकी हैं।कोई देखने तक नही जा रहा। अपने 45 मिनट के भाषण में गौरव गोगई ने जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ निशाना साधा।
वही अविश्वास प्रस्ताव आने से पहले भाजपा अपने घटक दलों के साथ बैठक भी कर रही थी। बैठक में भाजपा के तमाम बड़े नेता मौजूद थे सभी सांसदों की मौजूदगी में की गई इस बैठक में भाजपा ने निर्णय लिया कि अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देने के लिए भाजपा की ओर से गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे जवाब देंगे।।
भाजपा के 301 सांसदों में से सांसद निशिका दुबे को अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देने के लिए मनोनीत करना बतलाता है कि शायद दुबे की करीबी भाजपा के केंद्र नेतृत्व से बढ़ रही हैं।
सदन में उत्तर देने जैसे ही निशिकांत दुबे खड़े हुए निशिकांत ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमें लग रहा था कि अविश्वास प्रस्ताव लेकर इंडिया की ओर से राहुल गांधी आएंगे पर शायद उन्हें उठने में लेट हो गई होगी इस वजह से उनकी तैयारी नहीं हो पाई थी और गौरव गोगई ने अविश्वास प्रस्ताव लाया।।
निशिकांत दुबे ने भाजपा की ओर से जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी जी ने कहा कि ये अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया गया है बल्कि इंडिया घटक दल खुद के दलों के साथ विश्वास प्रस्ताव लेकर आई है कि देखा जाए कि कितने लोग उनके साथ हैं।।
निशिकांत दुबे ने कहा कि जीस विपक्ष ने अभी कहा कि इस संसद में बैठे हुए कोई लोग मणिपुर नहीं गए थे उन्हें मैं बता देना चाहता हूं कि मणिपुर की जड़े हमारे परिवार से जुड़ी रही हैं और मेरे मामा ने मणिपुर में IG के रूप में काम किया है। इसलिए यह ना कहा जाए कि हम मणिपुर के लिए संवेदनशील नहीं है।
सदन में राहुल गांधी पर तंज कसते हुए निशिकांत दुबे ने कहा कि कल जब राहुल गांधी सदन में आए तो सदन में जमकर विपक्षी दलों ने खुशियां मनाई।अच्छी बात है खुशियां मनाई लेकिन मैं कहता हूं राहुल गांधी सदन से बाहर थे ही कब।पिछली बार भी जब सदन चला था तो उस दौरान भी राहुल गांधी सदन में थे और इस बार भी जब सदन शुरू हुआ तो राहुल गांधी आज सदन में हैं तो फिर यह खुशियां कैसी।
वही अपने जवाब के दौरान निशिकांत दुबे ने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में हुए कामों को गिनाया। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी गोड्डा में रेल नही आया था।स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा नहीं थी तो हमने देवघर में एम्स का भी इंतजाम किया।कई सारे पॉलिटेक्निक कॉलेज मेडिकल कॉलेज और डेरी कॉलेज की स्थापना मेरे लोकसभा क्षेत्र में हुई है।और यही तरक्की विपक्ष को चुभती हैं।और विपक्ष हंगामा करता हैं।और अविश्वास प्रस्ताव लाता हैं।
उन्होंने अपने 30 मिनट के भाषण के अंतिम में महाभारत का जिक्र करते हुए कहा कि ये बेबुनियादी बहस मानो महाभारत के तरह चिर हरण हो रहा हो।जिस प्रकार द्रोपदी का चिर हरण महाभरत में हुआ।उसी प्रकार यहां प्रधानमंत्री का चिर हरण करने का प्रयास है पर याद रहे जिस प्रकार महाभारत में चिर हरण के दौरान द्रोणाचार्य हो या अर्जुन सभी ने मौन धारण किया हुआ था तो आज विपक्ष एक साथ वही कर रही हैं।पर इतिहास याद हो हर हितेशी का अंत जैसे महाभारत में हुआ था वैसे ही आने वाले 2024 के चुनाव ने होगा और हम 400 सीट के साथ सरकार में आएंगे।