
CBI करेगी बालासोर रेल दुर्घटना की जाँच।
पिछले 2 दिनों से पूरे देश भर में बालासोर में हुआ रेल दुर्घटना केंद्र बिंदु बना हुआ है। अलग-अलग सरकारें अलग-अलग घोषणा कर रही है। कोई रेल मंत्री के इस्तीफा की मांग करता है।तो कोई आंकड़े गिनाता है कि कौन से रेल मंत्री के काल में कौन-कौन सी दुर्घटनाएं हुई हैं।
आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। इस दुर्घटना में करीबन 250 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वही हजारों लोग घायल है। इस दुर्घटना में झारखंड के भी कई लोग शामिल हैं।गोड्डा जैसे सुदूर जिले से 2से 3 लोगों की मौत की पुष्टि अब तक हो चुकी हैं।वहीं 3 लोगों के घायल होने की भी खबर अब तक आई है।
पश्चिम बंगल की मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता करते हुए जानकारी साझा की है कि इस दुर्घटना में पश्चिम बंगाल के 62 लोगों की मृत्यु हो गई। यहां 206 लोगों का इलाज चल रहा है। ओडिशा में पश्चिम बंगाल के 73 लोग भर्ती हैं और 56 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। 182 लोगों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने मुआवजे की घोषणा करते हुए कहा हैं की
राज्य सरकार मृतक के परिवारों को 5 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को 1 लाख रुपए देगी, उनका पूरा इलाज कराएगी और 3 महीने तक उनकी सहायता भी करेगी। जिन लोगों को मामूली चोट आई है उन्हें राज्य सरकार 25 हज़ार रुपए देगी।
वही उन्होंने रेल मंत्री पर भी सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा कि
“कल मेरे साथ रेल मंत्री और धर्मेंद्र प्रधान दोनों खड़े थे लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा, मैं बहुत कुछ कह सकती थी क्योंकि मैं खुद रेल मंत्री रही हूं…कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस में एंटी कोलिशन डिवाइस क्यों नहीं था? रेलवे को सिर्फ बेचने के लिए छोड़ दिया”।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया से बात करते हुए कहा हैं कि।
“अब तक जो जानकारी मिली है उसके बाद रेलवे बोर्ड की तरफ से इस मामले की CBI जांच की सिफारिश की गई है”