आज होगी Chandrayaan 3 की लॉन्चिंग , जाने इस मिशन की कहानी
आज होगी Chandrayaan 3 की लॉन्चिंग , जाने इस मिशन की कहानी

आज का दिन 140 करोड़ भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण है क्यों की आज अपनी पीठ पर चंद्रयान-3 लेकर जब इसरो का ‘बाहुबली’ रॉकेट LVM-तीन कुछ घंटे में रवाना होने वाला है और इसके साथ ही 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों की पोटली भी साथ ले जाएगा। पूरा देश दुआएं कर रहा है। पिछली बार जो कसक रह गई थी, इस बार सब मंगल ही होगा। आसमान की तरह मुंह करके बुलंद इरादों के साथ खड़ा भारत का चंद्रयान मिशन पर रवाना होने को तैयार है। पूरे देश को बेसब्री से चंद्रयान की श्रीहरिकोटा से लॉन्चिंग का इंतजार है। सांप और साधुओं का देश कहा जाने वाला भारत आज स्पेस टेक्नोलॉजी में दुनिया के ताकतवर देशों के साथ खड़ा है। चंद्रयान-3 का लैंडर चंद्रमा की सतह पर 23 या 24 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग कर सकता है। पिछली बार क्रैश लैंडिंग हुई थी। स्पेस मिनिस्टर जितेंद्र सिंह ने कहा है कि अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चांद की सतह पर लैंड करने वाला चौथा देश बनने के लिए तैयार है। अब आज दोपहर बाद का इंतजार है, जब चंद्रयान-3 रवाना होगा।
क्या कहते है वैज्ञानिक
स्पेस के क्षेत्र में हमारी विशेषज्ञता में जबर्दस्त इजाफा हुआ है। चांद को चूमने में अब भारत को ज्यादा इंतजार नहीं करना है।’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चांद पर उतरने के बाद चंद्रयान-3 का छह पहिए वाला रोवर लैंडर से बाहर आएगा और चांद की सतह पर इसके 14 दिनों तक काम करने की उम्मीद है। सिंह ने बताया कि रोवर पर लगे कई कैमरों की मदद से हम तस्वीरें हासिल कर सकेंगे।
Movement of the launch vehicle to the launch pad. pic.twitter.com/Tu973C6IjC
— ISRO (@isro) July 7, 2023
चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान का रोवर चांद की सतह का अध्ययन करेगा और यह लैंडर के अंदर बैठकर जा रहा है। इसरो ने बताया है कि चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2.35 बजे श्रीहरिकोटा से होगी। चंद्रयान-3 मिशन के तहत इसरो 23 अगस्त या 24 अगस्त को चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का प्रयास करेगा। लैंडर के मिशन की पूरी अवधि एक चंद्र दिवस की रहने वाली है, जो पृथ्वी के 14 दिन के बराबर है।
सूर्योदय में होगी लैंडिंग
दिलचस्प यह है कि यान के सॉफ्ट-लैंडिंग के लिए तारीख इस आधार पर तय की जाती है कि चंद्रमा पर सूर्योदय कब होता है। लैंडिंग करते समय, सूरज की रोशनी होनी चाहिए। चंद्रमा पर 14-15 दिन तक सूरज की रोशनी होती है और अगले 14-15 दिन तक सूरज की रोशनी नहीं रहती है।