एक भी टिकट नहीं बिकने के कारण कई थिएटर्स ने कैंसल किए कंगना की फिल्म ‘तेजस’ के शो
एक भी टिकट नहीं बिकने के कारण कई थिएटर्स ने कैंसल किए कंगना की फिल्म 'तेजस' के शो

एक भी टिकट नहीं बिकने के कारण कई थिएटर्स ने कैंसल किए कंगना की फिल्म ‘तेजस’ के शो
देखते हुए, इस बात की जानकारी ने भारतीय फिल्म उद्योग को चुनौती दी है कि कैसे वे टिकट बिक्री में मतभेद को कम कर सकते हैं। कंगना रनौत की पिछली फिल्म ‘पंगा’ के चलते थिएटर्स ने भी इस समस्या का सामना किया था। इसे बताया जाता है कि बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में अधिक दिनों तक टिकट बिक्री में उतार-चढ़ाव देखने के बाद भी, रीवा जोशी द्वारा निर्देशित इस फिल्म से अब तक बस चार लाख रुपये अर्जित हुए हैं।
वर्तमान में कोरोना वायरस के कारण, इस समय थिएटर में फिल्म देखने की उपलब्धता भी असामान्य होती है, जो इस समस्या को और विपणन के निर्णयों को मुश्किल बनाता है। इससे पहले, अन्य फिल्मों के लिए भी टिकट बिक्री में समस्याएं हुई थीं जो फिल्म उद्योग को अधिक मुश्किल में डाल देती हैं।
फिल्म उद्योग में नए उपायों की तलाश की जाएगी ताकि ऐसे मतभेद को कम किए जा सकें। इस दौरान, कंगना रनौत ने कहा कि टिकट दर में कटौती करने का एक उपाय हो सकता है, जो फिल्म उद्योग को और तेज कमाई करने में मदद कर सकता है।
कंगना रनौत की अगली फिल्म ‘धाकड़’ जो महीनों में रिलीज होने वाली है, जो जोया अक्ता ने दिग्गज फिल्म निर्देशक रजत कपूर के साथ मिलकर निर्देशित की है।
इसके अलावा, फिल्म ऐतिहासिक मुद्दों के साथ भी जड़ी हुई है, जो उन्हें दर्शकों के बीच अलग कर रहे हैं। कुछ अभिनेत्रियों ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की और मांग की है कि उन्हें भी भारतीय फिल्म उद्योग ने संभाल लिया जाए।
मगर इस समस्या का समाधान प्राप्त करने के लिए एक दूसरा उपाय भी हो सकता है जैसे वर्चुअल थिएटर, जो ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों के माध्यम से फिल्मों को मुक्त भी कर देता है। यह एक अलग-थलग विकल्प हो सकता है जिसे दर्शकों की फिल्म देखने की रुचि में कमी आने से बचाया जा सकता है।
अंततः, ये समस्याएं न केवल भारत में हैं बल्कि विश्वभर के फिल्म उद्योग में देखी जा रही हैं। हालांकि, उन्हें हल करने के लिए उपाय ढूंढा जा सकता है जिससे फिल्म उद्योग का भविष्य सुरक्षित हो सके