हाथियों का आतंक ऐसा की ससुराल छोड़ महिलाएं मायके जाने को बेबस

इन दिनों झारखंड के कई इलाकों में हाथियों का आतंक खौफ मचा रहा है अगर हम रांची की बात करें तो रांची के क्षेत्र में पिछले 1 सप्ताह से हाथी ने अपना आतंक मचा रखा है दहशत इतनी बढ़ चुकी है कि लोग अपने घर छोड़ दूसरे के घरों में रहने लगे हैं और इसके पीछे का कारण यह बताया जा रहा है की इससे पहले हाथी के दहशत से दो लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें कोइंदा उरांव और पुनई उरांव शामिल है आपको बता दें इसके अलावा भी इटकी प्रखंड के सुखदीर और राधवा देवी की भी मौत हाथी के कुचलने की वजह से हो गई है

लगातार हाथी के आतंक से पिछले 1 सप्ताह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है और दहशत इतना है कि ग्रामीण शाम के 4 बजे के बाद अपना घर छोड़ देते हैं और पक्के की मकान की तलाश में निकल जाते हैं गांव के बंदे उरांव बताते हैं कि गांव में आधे से अधिक कच्चे और मिट्टी के घर बने हुए हैं और जब हाथी ने उन गांव में दहशत शुरू किया तो घरों की दीवार टूट चुकी है और उन्हें यह डर सताता है कि कहीं रात के अंधेरे में हाथी उनके घरों में आकर उन्हें और उनके घरों को नुकसान ना पहुंचाएं जिस वजह से वे लोग गांव के ही उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के ऊपर बसेरा बनाए हुए हैं ।

गांव के ही परदेसिया उरांव बताते हैं कि उनके छत पर लगभग 20 से 25 लोग हर रोज सोने आ रहे हैं उन्होंने यह भी कहा की हाथी के डर से लोग सहमे हुए से हैं इस वजह से लोग उनके छत पर सोने को मजबूर है। गांव के ही राम उरांव बताते हैं कि जैसे ही हाथी ने गांव में प्रवेश किया उनकी पत्नी घर छोड़ मायके चली गई उन्हें यह डर सताता था कि हाथी उनके भी घर पर आक्रमण ना कर दे। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि हाथी ने अपने आतंक से आसपास के क्षेत्रों में फसल बर्बाद कर दिए हैं और इस वजह से लोगों में दहशत बरकरार है

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