दिव्यांग पति और 3 बच्चों की जिम्मेदारी ने बी.ए पास महिला को पकौड़े बेचने पर किया मजबूर !पढिये पूरी कहानी
कंधे पर जिम्मेदारी और समाज को पीछे छोड़ सड़क पर आ पकौड़े बेचती ये उन महिलाओं की कहानी हैं जिसने डिग्री भी ली,नौकरी भी ली।पर सरकार के उदाशीनता के कारण वो आज सड़क पर पकौड़े तलने और चाय बेचने को मजबूर है।
दरअसल पकौड़े तलती महिला नीलम देवी कहती हैं कि उसके घर मे 3 बच्चे और दिव्यांग पति हैं। जिसका भरणपोषण उसे ही करना होता हैं।
बहुत ही कम लोगो का सौभाग्य होता हैं कि पति-पत्नी दोनों नौकरी पेशा हो।उन सौभाग्यशाली लोगो मे कभी उनका भी नाम आया करता था पर अब शायद उनकी वो तकदीर नही रही।
नीलम देवी बताती हैं कि उनके पति विभीषण दास 14वे वित्त आयोग के तहत काम करते थे।ठीक ठाक कमा लेते थे। पर सरकार ने 2020 में ये कह उनको नौकरी से हटा दिया कि उनका कार्यकाल 5 साल का ही था और वो खत्म हो गया इस लिए उसकी नौकरी अब खत्म होगी।
वही नीलम देवी खुद पंचायत स्वयं सेवक हैं।
वो गांव में आवास योजना का jio टैगिंग करती थी।साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालय का भी टैगिंग करती थी।
नीलम देवी बताती है कि एक टैगिंग के लिए उसे 1200 रुपए मिलते हैं।पर एक गांव में कई स्वयंसेवीका हैं। इस वजह से बहुत कम कमाई हो पाती है साल में एक दफा पैसे मिलते हैं वह भी पिछले कुछ वर्षों से करीबन 1 से 1.5 लाख रुपए बकाया है।।
कहा कि पढ़ाई।
पंदहा की रहने वाली नीलम देवी बताती हैं की दसवीं की पढ़ाई उसने जमनी हाई स्कूल से की थी।और 12वीं गोड्डा कॉलेज से साइंस स्ट्रीम से पास किया था।
तो 2016 में गोड्डा कॉलेज से उसमें हिंदी ऑनर्स में स्नातक भी पास किया
क्यों लगाई रेडी?
निगम देवी बताती है कि पति की नौकरी छूट गई और उसे भी लंबे समय से पैसा नहीं मिल रहा था तो उसने रेडी लगाने की सोची।
नीलम देवी की मानें तो उनके पति बचपन से दिव्यांग नहीं है। एक दुर्घटना में उनके पैर की हड्डी टूट गई थी।जिसमें स्टील लगाया गया था। पर वह सफल नहीं रहा।अब उसके इलाज के लिए भी उसे करीबन 3 से 4 लाख की जरूरत है इसलिए उसने रेडी लगाने की ठानी हैं।
साथ ही पैसे नहीं होने के कारण 3 बच्चे का जीविकोपार्जन करना भी मुश्किल हो रहा था।
कहा लगाई रेडी?क्या बेचती हैं।
गोड्डा पुराने समाहरणालय भवन के ठीक बगल में नीलम ने अपने रेडी लगाई है। जिसपर वह चाय और पकौड़े बेचती है।
₹10 के चाय और पकौड़े के लिए नीलम की रेडी पर लगातार लोगों की भीड़ बढ़ रही हैं।
नीलम गोड्डा बाजार में रेडी लगाने वाली पहली महिला भी हैं।
क्यो लिखा BA, BCOM चाय पकौड़ी वाली।
दरअसल नीलम के साथ उसकी बहन प्रियंका भी रेडी पर पकौड़ी बनाती है।नीलम की बहन प्रियंका बताती है कि 2019 में उसने पथरगामा कॉलेज से बीकॉम किया है। और उसकी बहन बीए ऑनर्स है। इसलिए उन्होंने अपने दुकान का नाम ऐसा रखा है। प्रियंका की माने तो जब इंतजार करते हुए नौकरी नहीं मिली तो अंततः उन्होंने ये काम करने का ठाना है।