IAS डॉ• विकास दिव्यकीर्ति सर की जीवनी।
आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी शख्सियत की जो आज के इंटरनेट युग में किसी भी पहचान के मोहताज नहीं है।अध्यापक व लेखक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का जन्म हरियाणा में सन 1976 को हुआ।उनकी गहरी रुचि विविध विषयों को पढ़ने और अनुसंधान करने में रही है।उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास विषय में बी.ए. (ऑनर्स) किया और उसके बाद विषय-परिवर्तन करके हिन्दी साहित्य में एम.ए, एम.फिल. तथा पी.एच.डी. की पढ़ाई की।डॉ• विकास दिव्यकीर्ति ने बचपन में ही ठान लिया था कि वे बड़े होकर आईएएस बनेंगे।
उन्होंने समाजशास्त्र तथा जन-संचार विषयों में एम.ए. किया तथा विधि की पढ़ाई करते हुए एल.एल.बी. किया।वे हिन्दी साहित्य से यू.जी.सी. नेट/जे.आर.एफ. तथा समाजशास्त्र से नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। अनुवाद कार्य में भी उनकी गंभीर रुचि रही है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय तथा भारतीय विद्या भवन दोनों संस्थाओं से अंग्रेज़ी-हिन्दी अनुवाद में पी.जी. डिप्लोमा किया है। दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, सिनेमा अध्ययन, सामाजिक मुद्दे और राजनीति विज्ञान (विशेषतः भारतीय संविधान) उनकी रुचि के अन्य विषय हैं।
मूल रूप से अध्यापक व लेखक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की गहरी रुचि विविध विषयों को पढ़ने और अनुसंधान करने में रही है।उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास विषय में बी.ए. (ऑनर्स) किया और उसके बाद विषय-परिवर्तन करके हिन्दी साहित्य में एम.ए, एम.फिल. तथा पी.एच.डी. की पढ़ाई की।बाद में उन्होंने समाजशास्त्र तथा जन-संचार विषयों में एम.ए. किया तथा विधि की पढ़ाई करते हुए एल.एल.बी. किया। वे हिन्दी साहित्य से यू.जी.सी. नेट/जे.आर.एफ. तथा समाजशास्त्र से नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। अनुवाद कार्य में भी उनकी गंभीर रुचि रही है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय तथा भारतीय विद्या भवन दोनों संस्थाओं से अंग्रेज़ी-हिन्दी अनुवाद में पी.जी. डिप्लोमा किया है। दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, सिनेमा अध्ययन, सामाजिक मुद्दे और राजनीति विज्ञान (विशेषतः भारतीय संविधान) उनकी रुचि के अन्य विषय हैं।