गरीबी और मजबूरी देखिये साहेब मां के इलाज के लिए एक बच्चा अपना किडनी बेचने निकला !
गरीबी और मजबूरी देखिये साहेब मां के इलाज के लिए एक बच्चा अपना किडनी बेचने निकला !

आपने सुना होगा कि गरीबी इंसान की कमर तोड़ देती है ,लेकिन गरीबी
इस बच्चे का हौसला नही तोड़ पाई, बिहार के गया जिले का रहने वाला दीपांशु अपने माँ के इलाज के लिए अपनी किडनी बेचने निकला था , बाप का साया सिर से उठ गया , घर मे दीपांसु और उसकी मां और बहन के सिवा कोई नही बचा, ऊपर वाले का सितम देखिये एक तो मुफलिसी उस पर शारीरिक पीड़ा , दिवांशु की मां का पैर टूट गया ,इलाज के लिए पैसे नहीं थे तो इस बच्चे की हिम्मत देखिये, निकल पड़ा किडनी बेचने , जिस मेडिकल स्टोर पर दवाई के बदले किडनी बेचने की बात कह रहा था उसने रिम्स के उनके जानकर डॉक्टर विकास कुमार को सूचना दी , डॉक्टर विकास ये बात सुनकर हैरान हो गए उन्होंने उस बच्चे से बात की और अपने माँ को रिम्स लाने को कहा , डॉक्टर विकास ने ट्वीट कर सरकार से इस बच्चे को मदद करने को अपील भी की है….उन्होंने लिखा है
गरीबी और मजबूरी की चरम सीमा तो देखिए ,एक बच्चा आज
अपने मां के इलाज के लिए किडनी बेचने गया था,घर में मां और
बहन है,पिता की मृत्यु हो चुकी है,वह किसी होटल में काम करता है,
एक सज्जन व्यक्ति ने उसे हमारे बारे में बताया तथा हमारी टीम ने
उसे समझाया की किडनी बेचना एक दंडनीय अपराध है ,हमने उसे
भरोसा दिलाया कि वह रिम्स रांची आता है तो निश्चित रूप से उनकी मदद करेंगे I
माननीय महोदय, यह बच्चा गया का है,आपसे अनुरोध है कि इसकी
सत्यता की जांच करते हुए ,कृपया इनकी मदद की कृपा करें
गरीबी लाचारी मुफलिसी सब इस बच्चे के हौसले के सामने बौनी हो गयी , एक तरफ इंसानियत दिखी जो हाथ मदद को बढ़े दूसरी तरह करोड़ों गरीबों के मुफ्त और गुणवत्ता वाले उपचार के ढिंढोरा पीटती खोखले दावों पर सवाल भी उठे !