पंचायत ने जारी किया तालिबानी फरमान , एक परिवार का राशन पानी दूध दवाई सब कुछ किया बन्द
पंचायत ने जारी किया तालिबानी फरमान , एक परिवार का राशन पानी दूध दवाई सब कुछ किया बन्द

साहिबगंज के मदनसाही पंचायत ने जारी किया तालिबानी फरमान
*राशन पानी देने वाले लोगों पर 10 हजार का जुर्माना व 15 लाठी बरसाने का फतवा जारी*
झारखण्ड मे साहेबगंज जिला के जिरवाबाड़ी ओपी क्षेत्र अंतर्गत छोटा पंगड़ो मे पंचायत द्वारा दिया गए तालिबानी फरमान से पूरे एक परिवार दहशत मे है। परिवार ने जिले के अलाधिकारीयों को सुरक्षा के साथ न्याय की गुहार लगाई है।
क्या है मामला
दरअसल ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत मदनसाही छोटा पंगडो निवासी महिला सनेजा खातून पति मोहम्मद अंसारउल अंसारी ने उपायुक्त रामनिवास यादव को एक लिखित आवेदन दिया है. जिसमे जिक्र किया है कि मौजा छोटा पंगड़ों में कुल रखवा 5 कट्ठा जमीन सह मकान मेरा नाम से अवस्थित है. लेकिन शमशेर व उनके परिवार के लोग मेरी जमीन व मकान को हड़पना चाहते हैं. इस संबंध में मैंने कई बार संबंधित थाना में शिकायत भी किया था. जिससे वे लोग और क्रोधित होकर मेरे साथ और षड्यंत्र करने लगे.
वहीं आवेदन में दर्शाया गया है कि बीते 5 जुलाई को उन लोगों ने एक पंचायत बुलाई जहां मेरे जमीन के साथ कागज को फडवा कर मुझ पर जबरन शमशेर के पक्ष में कागज बनवाने का दबाव बनाया गया. मैं तथा मेरे पूरे परिवार को द्वारा विरोध करने पर मदनसाही छोटा पंगड़ो पंचायत ने मुझे तथा मेरे पूरे परिवार के लिए खिलाफ फरमान जारी किया.उस तालिबानी फतवा में मेरे पूरे परिवार को समाज से काटकर राशन, पानी, रोजगार जैसी मूलभूत आवश्यकता से वंचित करने का हुक्म जारी किया गया.
साथ ही यह भी बताया गया अगर कोई फतवा को नहीं मानता है तो उस पर जुर्माना भी लगेगा और शारीरिक दंड का भी प्रावधान रखा गया. आवेदन में उल्लेख किया कि तब से मुझे तथा मुझे परिवार वाले के साथ कोई भी व्यक्ति कोई संबंध नहीं रख रहा है और ना ही मुझे गांव के किसी दुकान से राशन, पानी, दवाईया रोजगार जैसी मूलभूत सामान दे रहा है. जिससे मैं तथा मेरा पूरा परिवार समाज से कट गया है। भय और भूख से मरने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आवेदन उन्होंने उल्लेख किया है कि पूरे परिवार के साथ कभी भी लिंचिंग जैसी कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है. उन्होंने उपायुक्त से न्याय की गुहार लगाई है.
गौरतलब है कि इसके पूर्व भी उन्होंने 8 जुलाई को पुलिस अधीक्षक को भी एक आवेदन देकर मामले की पूरी जानकारी दी थी साथ ही उनसे भी न्याय की गुहार लगाया था.
पंचायत ने क्या जारी किया फतवा
पंचायत द्वारा फैसला लिया गया कि व्यक्ति के पूरे परिवार को गांव के लोगों द्वारा कोई भी राशन, पानी, लेनदेन, यहां तक के बच्चों को दूध तक नहीं देगा.अगर कोई इस प्रकार की हरकत करता है या फिर उस व्यक्ति को राशन पानी देने की कोशिश करता है पंचायत उस पर कार्रवाई करते हुए उसे दस हजार जुर्माना व 15 लाठी मारी जाएगी.
इधर सनेजा खातून के परिवार मे 14 सदस्य है जो पिछले दस दिनों से लोगों के राशन बंद किये जाने के कारण खाना तक नहीं बना है. घर मे साल भर के छोटे बच्चे भी है जिन्हे ना दूध मिल रही है और ना ही टाफी। ऐसे मे परिवार काफ़ी चिंतित है। और उन्होंने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.
इस पूरे मामले मे पुलिस और जिला प्रशासन चुप्पो साधे हुई है जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से बात करने की कोशिश की गई लेकिन फोन रिसीव नहीं कार रहे है। इधर इस घटना से परिवार के लोग काफ़ी चिंतित है भयभीत है।