क्या सच में 10 करोड़ में बिक रहे थे इरफान अंसारी। FIR की पीछे की क्या है कहानी?

TEAM_JILLATOP : कहा जाता है की भाई से बड़ा ना कोई दोस्त है ना दुश्मन l और झारखण्ड में जो प्यार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और जामताड़ा के विधायक इरफ़ान अंसारी के बीच हमेशा से देखने को मिलती थी, उससे यही लगता था की ये रिश्ता अटूट है l लेकिन बीते रात बंगाल के हावड़ा में जो हुआ उसने शायद हेमंत सोरेन और झारखण्ड कांग्रेस के होश उड़ा दिए होंगे l आईये आपको एक एक कर पूरी घटनाक्रम समझाते हैँ l
क्या से शुरू हुई कहानी
झारखण्ड के 3 कोंग्रेसी विधायक दोपहर को झारखण्ड से निकलते हैँ और हावड़ा के समीप पहुँचते हैँ l वहां पहले से गुप्त सुचना के आधार पर बंगाल पुलिस चेकिंग अभियान चलाती है l कोलकाता पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक वाहन में बेहिसाब रुपये बरामद करती है , जिस गाड़ी से रुपये बरामद हुए है उस पर झारखंड कांग्रेस के तीन विधायक सवार थे, विधायकों का नाम इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगारी और राजेश कच्छप था l जानकारी के मुताबिक तीनों कांग्रेसी विधायकों को ग्रामीण हावड़ा की पुलिस ने भारी मात्रा में नकदी के साथ हिरासत में ले लिया जाता है , सभी एक गाड़ी पर सवार थे और पूर्व मिदनापुर की ओर जा रहे थे।
शनिवार देर शाम इनकी गाड़ी को पांचला थाना अंतर्गत रानीहाटी मोड़ के पास रोका गया और गाड़ी की तलाशी की गयी l घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक स्वाति भंगालिया मौके पर पहुंचीं l उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर रानीहाटी मोड़ पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया था l इसी दौरान झारखंड के जामताड़ा से आ रही एक गाड़ी को रोका गया l गाड़ी पर चालक सहित पांच लोग सवार थे, जिसमें जामताड़ा के तीन कांग्रेसी विधायक राजेश कच्छप, नमन विक्सल और इरफान अंसारी भी थे.
किस काम के लिए थे इतने पैसे
बात ज़ब मिडिया के हवाले से सामने आई तो झारखण्ड में नेताओं के होश उड़ गए l लेकिन कहानी में तब एक अलग मोड आया ज़ब बेरमो विधायक अनूप सिंह झारखण्ड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ रांची के अरगोड़ा थानें पहुंचे और वहां जीरो fir दर्ज करवाया l और ये fir विधायक इरफ़ान अंसारी के नाम पर दर्ज करवाया गया l fir में विधायक इरफ़ान अंसारी ले ऊपर कांग्रेस के विधायक ने ये आरोप लगाया की उन्हें कल इरफ़ान अंसारी का फ़ोन आया था l इरफ़ान उन्हें असम में हेमंत बिश्वाशर्मा से मुलाक़ात करनें के लिए बुला रहे थे l अनूप सिंह को 10 करोड़ रूपये का प्रलोभन लेकर मौजूदा झारखण्ड सरकार को गिराने की बात कर रहे थे l इरफ़ान नें यहाँ तक कहा की अगर अनूप सिंह हाँ बोलते हैँ तो उन्हें 10 करोड़ रूपये के साथ साथ मंत्री पद भी दिया जायेगा l इरफ़ान नें खुद के लिए स्वास्थ्य मंत्री का पद फाइनल होने की भी बात कही l
अब आगे क्या
सुबह तकरीबन 10 बजे बंगाल पुलिस ने बंगाल सरकार के कहने पर तीनों झारखण्ड के विधायकों को छोड़ दिया l तीनों विधायक वापस झारखण्ड आ रहे हैँ l इधर दोपहर में झारखण्ड कांग्रेस नें प्रेश कांफ्रेंस कर तीनों विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है l